
पटना
पटना से इस वक्त की बड़ी खबर आ रही है। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को जान से मारने की धमकी मिली है। मोबाइल पर आए मैसेज में लिखा है कि हैलो सर…'24 घंटे के अंदर सम्राट चौधरी को गोली मार दूंगा, सच बोल रहा हूं'। ये मैसेज सम्राट चौधरी के एक समर्थक के फोन पर आया है। जिसके बाद मामले की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने बताया कि अभी डायरेक्ट सूचना नहीं मिली है। फिलहाल तकनीकी अनुसंधान जारी है। शिकायत मिलने पर एफआईआर दर्ज की जाएगी। हालांकि मोबाइल नंबर को ट्रेस करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
इससे पहले एनडीए के सहयोगी केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी। वहीं राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद उपेंद्र कुशवाहा को भी दो बार जान से मारने की धमकी मिल चुकी है।
वहीं इस मामले पर डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने कहा कि, जिसको जो करना है कर ले, बिहार की जनता जानती है कि हम लोग बिहार के विकास के काम में लगे हुए हैं और आगे भी लगे रहेंगे।
क्या लिखा था धमकी भरे मैसेज में?
यह संदेश शनिवार रात को आया। इसमें लिखा था – 'हैलो सर, 24 घंटे के अंदर सम्राट चौधरी को गोली मार दूंगा, मैं सच बोल रहा हूं।' इस मैसेज को देखकर समर्थक ने तुरंत इसकी शिकायत पुलिस से की। पुलिस ने अज्ञात नंबर को ट्रेस करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है और धमकी देने वाले की तलाश जारी है।
सुरक्षा में बढ़ाई गई सतर्कता
सम्राट चौधरी की सुरक्षा में लगे सभी सुरक्षाकर्मियों को इस धमकी की जानकारी दे दी गई है। इसके बाद उनकी सुरक्षा को लेकर अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है।
सम्राट चौधरी की प्रतिक्रिया
जब उपमुख्यमंत्री से धमकी मिलने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने शांत प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा – 'जिसे जो करना है करने दो। बिहार की जनता जानती है कि हम राज्य के विकास के लिए काम कर रहे हैं। लोग खुश हैं, और जिसे जो करना है, वो कर ले।'
बिहार में बढ़ते अपराध पर सवाल
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब बिहार में बढ़ते अपराध को लेकर चर्चा तेज है। पटना से लेकर गया तक कई आपराधिक वारदातें सामने आ रही हैं। हाल ही में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने दावा किया था कि सिर्फ सात दिनों में 97 हत्याएं हुईं, हालांकि पुलिस ने इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि 20 जुलाई से अब तक 40 हत्याएं हुई हैं।
इस घटना से एक बार फिर बिहार में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठने लगे हैं, खासकर जब राज्य के बड़े नेताओं को भी धमकियां मिलने लगी हैं।