
- मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने डोंगला में अत्याधुनिक तारामंडल का किया लोकार्पण
- डोंगला में आज मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने किया तारामंडल का लोकार्पण
- मुख्यमंत्री ने डोंगला में हाईटेक तारा मंडल का किया लोकार्पण, बच्चों को बताया-कैसे शून्य होती है परछाई?
उज्जैन
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शनिवार को डोंगला में अत्याधुनिक वराहमिहिर तारामंडल का लोकार्पण किया। इस आधुनिक तारामंडल मे खगोल विज्ञान के रहस्यो के बारे मे डोंगला आने वाले बच्चो और अगुंतको को 4k फिल्म के माध्यम से जानकारी दी जायेगी।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने वराहमिहिर वेधशाला तारामंडल मे बच्चों के साथ बैठकर सूर्य विकिरण और उसके तरंगों के अध्ययन पर आधारित फिल्म को भी देखा। उल्लेखनीय है कि आचार्य वराहमिहिर न्यास द्वारा अवादा फाउण्डेशन के आर्थिक सहयोग एवं डीप स्काई प्लेनेटेरियम, कोलकाता के तकनीकी सहयोग से डोंगला में अत्याधुनिक डिजीटल तारामंडल की स्थापना की गई है।
तारामंडल में डिजीटल प्रोजेक्टर एवं डिजीटल साउण्ड सिस्टम लगाया गया हैं। इस वातानुकूलित गोलाकार तारामण्डल में 55 लोग एक साथ बैठकर रोमांचक अनुभव ले सकेंगे। इस तारामण्डल की लागत लगभग 1.6 करोड़ रूपये हैं।
उज्जैन के डोंगला में तारा मंडल का लोकार्पण
सीएम मोहन यादव आज उज्जैन पहुंचे. वो सबसे पहले नागदा बायपास स्थित आश्रम पहुंचे और संत टाटम्बरी सरकार का आशीर्वाद लिया. यहां पूजन में शामिल होने के बाद सीएम यादव शहर से 35 किमी दूर महिदपुर तहसील के ग्राम डोंगला पहुंचे, जहां उन्होंने हाईटेक तारा मंडल का लोकार्पण किया. इस मौके पर मोहन यादव ने विद्यार्थियों को बताया कि 21 जून की दोपहर 12.28 बजे छाया कैसे गायब होती है? इसके बाद सीएम यादव ने खगोल विज्ञान व भारतीय ज्ञान परंपरा विषय पर राष्ट्रीय कार्यशाला का शुभारंभ किया.
बता दें कि इस कार्यक्रम में देश भर से ज्योतिष विज्ञान और खगोल शास्त्र से जुड़े 300 लोग शामिल होने डोंगला पहुंचें.
सीएम ने समझाई खगोलीय घटना
सीएम यादव ने कहा, 'उज्जैन काल गणना का सबसे बड़ा केंद्र है. आज सूर्य उत्तरायण से दक्षिणायन हो रहा है. यह हर साल होने वाली महत्वपूर्ण खगोलीय घटना है. यह हमारा सौभाग्य है कि इसका केंद्र उज्जैन है. बता दें कि डोंगला में कर्क रेखा गुजरने के कारण खगोल विज्ञान और ज्योतिष विज्ञान की दृष्टि से महत्वपूर्ण है. सीएम शनिवार, 21 जून की दोपहर 12:28 बजे पर अपनी परछाई गायब होने की खगोलीय घटना देखी.